एलर्जी का उपचार: जब प्रतिरक्षा प्रणाली दोस्त से दुश्मन बन जाए
एलर्जी, जिसे सामान्य भाषा में ‘एलर्जी’ ही कहा जाता है, एक ऐसी स्थिति है जहाँ शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्यून सिस्टम) हानिरहित पदार्थों, जैसे पराग, धूल, या कुछ खाद्य पदार्थों, के प्रति अति-प्रतिक्रिया करती है। यह अति-प्रतिक्रिया विभिन्न लक्षणों को जन्म दे सकती है, जो हल्के से लेकर जानलेवा तक हो सकते हैं। एलर्जी का सही उपचार और प्रबंधन जीवन की गुणवत्ता को बहुत प्रभावित करता है।
एलर्जी क्यों होती है और इसका निदान कैसे करें?
एलर्जी मूल रूप से प्रतिरक्षा प्रणाली की एक गड़बड़ी है। जबकि यह सीधे तौर पर ऑटोइम्यून बीमारी नहीं है, कुछ एलर्जी और ऑटोइम्यून बीमारी के बीच संबंध देखा गया है, जहाँ प्रतिरक्षा प्रणाली की अतिसक्रियता दोनों में एक सामान्य कारक हो सकती है। एलर्जी संबंधी एक्जिमा का इलाज अक्सर इसी अतिसक्रियता को शांत करने पर केंद्रित होता है।
एलर्जी का निदान एक विशेषज्ञ के लिए महत्वपूर्ण होता है। इसमें विस्तृत चिकित्सा इतिहास, शारीरिक परीक्षण और विशिष्ट एलर्जी परीक्षण शामिल होते हैं। यदि अंतर्निहित प्रतिरक्षा संबंधी समस्या का संदेह हो, तो प्रतिरक्षा कमी का निदान या ऑटोइम्यून बीमारी के लिए बायोप्सी जैसे अधिक गहन परीक्षणों की आवश्यकता हो सकती है।
एलर्जी के उपचार के तरीके
एलर्जी का उपचार लक्षणों की गंभीरता और एलर्जी के प्रकार पर निर्भर करता है। एक अनुभवी संधि रोग विशेषज्ञ या प्रतिरक्षाविज्ञानी एलर्जी के प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, खासकर जब एलर्जी अन्य ऑटोइम्यून या सूजन संबंधी स्थितियों के साथ हो:
- एलर्जेन से बचाव: यह एलर्जी के उपचार का पहला और सबसे महत्वपूर्ण कदम है। एलर्जेन की पहचान करना और उनसे बचना लक्षणों को कम करने में मदद करता है।
- दवाएं: दवाएं लक्षणों को नियंत्रित करने में मदद करती हैं।
- इम्यूनोथेरेपी (एलर्जी शॉट्स): गंभीर या लगातार एलर्जी वाले कुछ व्यक्तियों के लिए, इम्यूनोथेरेपी प्रतिरक्षा प्रणाली को एलर्जेन के प्रति कम संवेदनशील बनाने में मदद कर सकती है।
- उन्नत उपचार: गंभीर और जटिल एलर्जी या उन स्थितियों में जहाँ एलर्जी किसी अंतर्निहित स्व-प्रदाहक रोगों या ऑटोइम्यून बीमारी से जुड़ी हो, वहाँ ऑटोइम्यून बीमारियों के लिए बायोलॉजिक्स या इम्यूनोसप्रेसेंट्स का इलाज जैसे उन्नत उपचारों पर विचार किया जा सकता है। ये विशेष रूप से ल्यूपस का इलाज, एंकिलोज़िंग स्पोंडिलिटिस का उपचार, या एन्टेरोपैथिक स्पोंडिलिटिस का इलाज जैसी स्थितियों में उपयोग किए जाते हैं, जहाँ एलर्जी प्रतिक्रियाएं व्यापक सूजन का हिस्सा हो सकती हैं।
संबंधित ऑटोइम्यून और सूजन संबंधी स्थितियां
एलर्जी का उपचार करते समय, विशेषज्ञ अक्सर अन्य संबंधित स्थितियों पर भी विचार करते हैं जो प्रतिरक्षा प्रणाली की शिथिलता से जुड़ी हो सकती हैं:
- पुराने दर्द के संधि रोग विशेषज्ञ फाइब्रोमायल्जिया का इलाज करने में मदद करते हैं, जो अक्सर पुरानी थकान और व्यापक दर्द के साथ जुड़ा होता है, भले ही यह सीधे तौर पर एलर्जी न हो।
- कुछ ऑटोइम्यून स्थितियां, जैसे कि ऑटोइम्यून नेत्र विकारों का इलाज या सूखी आँखें सूखे मुँह विशेषज्ञ (शॉग्रिन के लिए), भी प्रतिरक्षा प्रणाली की शिथिलता से संबंधित हैं और समग्र उपचार योजना का हिस्सा हो सकती हैं।
- जोड़ों की सूजन का इलाज विभिन्न प्रकार की गठिया में एक सामान्य लक्ष्य है, जिसमें एंकिलोज़िंग स्पोंडिलिटिस और एन्टेरोपैथिक स्पोंडिलिटिस शामिल हैं।
एक बहु-विषयक ऑटोइम्यून क्लिनिक में इन सभी स्थितियों का एकीकृत उपचार प्रदान किया जाता है, जहाँ सर्वश्रेष्ठ संधि रोग अस्पताल और शीर्ष प्रतिरक्षा विज्ञान अस्पताल विशेषज्ञ देखभाल के लिए सर्वोत्तम विकल्प होते हैं।
डॉ. तन्मय गांधी: नागपुर में परामर्शदाता संधि रोग विशेषज्ञ और नैदानिक प्रतिरक्षाविज्ञानी
नागपुर में अभ्यास कर रहे डॉ. तन्मय गांधी एक प्रतिष्ठित परामर्शदाता संधि रोग विशेषज्ञ और नैदानिक प्रतिरक्षाविज्ञानी हैं। डॉ. गांधी ऑटोइम्यून और सूजन संबंधी स्थितियों की एक विस्तृत श्रृंखला के निदान और प्रबंधन में व्यापक विशेषज्ञता रखते हैं। उनका अभ्यास मरीजों को व्यक्तिगत और उन्नत उपचार प्रदान करने पर केंद्रित है, जिसमें पुराने दर्द के संधि रोग विशेषज्ञ के रूप में सेवाएँ, ल्यूपस का इलाज, एलर्जी संबंधी एक्जिमा का इलाज, और अन्य जटिल प्रतिरक्षा संबंधी विकार शामिल हैं। वह नागपुर में रोगियों को प्रभावी और व्यापक एलर्जी और प्रतिरक्षा देखभाल प्रदान करने में एक विश्वसनीय नाम हैं।